गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 23 फ़रवरी 2018, at 14:06
गर्दिश / संजीव ठाकुर
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
संजीव ठाकुर
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
वह समझ बैठा था
उसके सितारे
अब कभी
नहीं डूबेंगे
गर्दिश में
वह समझ बैठा था
सीढ़ियाँ उतारती नहीं!