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गर्मी बहुत सताये मम्मी / कमलेश द्विवेदी

गर्मी बहुत सताये मम्मी गर्मी बहुत सताये।
दिन में चैन न आये ना ही चैन रात में आये।

विद्यालय हैं बंद मगर हम,
कैसे खेलें बाहर।
आसमान से आग बरसती,
रहती है दिन-दिन भर।
लगता है सूरज दादा जी हम सब से गुस्साये।
गर्मी बहुत सताये मम्मी गर्मी बहुत सताये।

मई बिताई है मुश्किल से,
अब है जून महीना।
परेशान हैं गर्मी से हम,
टप-टप चुये पसीना।
सारा तन गीला हो जाये अक्सर बिना नहाये।
गर्मी बहुत सताये मम्मी गर्मी बहुत सताये।

कुल्फी हमें खिला दो मम्मी,
आइसक्रीम दिला दो।
कोल्ड ड्रिंक-लस्सी या शरबत,
कुछ तो हमें पिला दो।
शायद इनमें से ही कोई कुछ राहत पहुँचाये।
गर्मी बहुत सताये मम्मी गर्मी बहुत सताये।