रूँख रै पत्ताँ में ळुक्योड़ी कोयलड़ी बोली- कुहू। मारग बैंता बटाऊ नीजर उठा र बोल्यो-आ कठै क बोळी ? रूँख री ऊँचली टोेखी पर बैठ र कागलो बोल्यो-कुराँ कुराँ ! कोई आँख उठा र ही को देख्यो नीं।
रूँख रै पत्ताँ में ळुक्योड़ी कोयलड़ी बोली- कुहू। मारग बैंता बटाऊ नीजर उठा र बोल्यो-आ कठै क बोळी ? रूँख री ऊँचली टोेखी पर बैठ र कागलो बोल्यो-कुराँ कुराँ ! कोई आँख उठा र ही को देख्यो नीं।