खुद से ही बेगाने हैं
दर्द भरे अफ़साने हैं
जब भी अपने भीतर झांका
तह्ख़ाने-तह्ख़ाने हैं
हमको धोखा देने वाले
सब जाने पहचाने हैं
अब भीतर का दिया जलालो
कदम-कदम वीराने हैं
1995
खुद से ही बेगाने हैं
दर्द भरे अफ़साने हैं
जब भी अपने भीतर झांका
तह्ख़ाने-तह्ख़ाने हैं
हमको धोखा देने वाले
सब जाने पहचाने हैं
अब भीतर का दिया जलालो
कदम-कदम वीराने हैं
1995