गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 6 नवम्बर 2009, at 13:26
ग़म का हीरा / अली सरदार जाफ़री
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
अली सरदार जाफ़री
»
मेरा सफ़र
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
ग़म का हीरा
दिल में रक्खो
किसको दिखाते फिरते हो
ये चोरों की दुनिया है