Last modified on 8 जुलाई 2010, at 20:04

गाँव में अकाल / ओम पुरोहित ‘कागद’

गांव में अकाल है
और
मंगतू की गाय
शहर की गौशाला में
चरती है अनुदान का चारा
जिसके बदले
देती है दूध
बटोरती है गौशाला के लिए
धन बहुत सारा ।

उधर गांव में
मंगतू का बेटा
धीरे-धीरे
दूध के मायने
भूलता जा रहा है ।