एक गिलहरी
नेक गिलहरी,
बैठी घुटने टेक गिलहरी।
धारीदार
पहने कोट,
कुट-कुट-कुट खाती अखरोट।
खाकर के
थोड़ा मुसकाती,
गुपचुप आँखों से बतियाती।
पास अगर
मीनू जाएगी,
झट पेड़ों पर चढ़ जाएगी।
एक गिलहरी
नेक गिलहरी,
बैठी घुटने टेक गिलहरी।
धारीदार
पहने कोट,
कुट-कुट-कुट खाती अखरोट।
खाकर के
थोड़ा मुसकाती,
गुपचुप आँखों से बतियाती।
पास अगर
मीनू जाएगी,
झट पेड़ों पर चढ़ जाएगी।