लौनी गेहूँ का हो या धान का
बोझा बाँधने के लिए - गुढ़ी
बूढ़ी ही पुरवाती है पुआल
बहू बाँकी से ऐंठती है
और पीड़ा उसकी कलाई !
लौनी गेहूँ का हो या धान का
बोझा बाँधने के लिए - गुढ़ी
बूढ़ी ही पुरवाती है पुआल
बहू बाँकी से ऐंठती है
और पीड़ा उसकी कलाई !