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गुमशुदा / रतन सिंह ढिल्लों

राही
राह भटक गया है

पगडंडी से सड़क
सड़क से जंगल
रास्ते से भटक गया है

जंगल से ग़ुजरने वाली
रुपहली नदी में
खो गया है कहीं ।
 
मूल पंजाबी से अनुवाद : अर्जुन निराला