ये दाने गेहूं के
जो अभी बन्द हैं
मेरी मुट्ठी में
थोड़ी-सी चुभन देकर
हो जाते हैं शान्त
अगर जो ये होते
मिट्टी के भीतर
दिखला देते
मुझे ताकत अपनी ।
ये दाने गेहूं के
जो अभी बन्द हैं
मेरी मुट्ठी में
थोड़ी-सी चुभन देकर
हो जाते हैं शान्त
अगर जो ये होते
मिट्टी के भीतर
दिखला देते
मुझे ताकत अपनी ।