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ग्रिस्थी / मोहन पुरी

ऊनाळा रा दिनां में
डोकरी
हेर्या, सूई-डोरा
अर त्यार करण लागी
फाटा गूदड़ा-कोथळ्यां।
डोकरा री फाटी
धोतियां नैं सींव’र
काढ़ द्या कानड़ा....
नान्या री पैंटां रै
लगा दी भांत-भांत री कार्यां
बूढी आंख्यां रो ग्रिस्थी पे पहरो है
ओ ई ठाला दिनां रो धारो है।