नदी में पर्याप्त जल था
सीपों, मछलियों
और तमाम जलजीवों के लिए
पर घड़ियालों को चैन कहाँ
गटक गए
सबके हिस्से का पानी
अपने समुंदरसोख पेट में
नदी में पर्याप्त जल था
सीपों, मछलियों
और तमाम जलजीवों के लिए
पर घड़ियालों को चैन कहाँ
गटक गए
सबके हिस्से का पानी
अपने समुंदरसोख पेट में