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दिशासूचक कंपास जिस ओर इशारा करता है परिहास से
कुछ और नहीं वह, मन की अवस्था है
तुम सूप पीते हो और
जीवन के इस दृश्य से बाहर निकल जाते हो
आसमान और बिजली के तारों से बने आवेदन पत्र पर
एक पेड़ लडख़ड़ाता है
किस चीज़ के बारे में लिख सकता है वह?
कुछ भी हो जाए भले
तुम ख़तरे को पहचान लोगे
तुम्हारी यात्रा के अंत में
अजनबियों की एक भीड़ बैठी होगी
रात के समय हवा घंटियों को चुरा लेती है
लंबे बालों वाली दुल्हन
कांपती है प्रत्यंचा की तरह
दूल्हे की देह पर झुकी हुई
अंग्रेजी भाषा से रूपांतरण : गीत चतुर्वेदी