घर तो इतना आलीशान
लेकिन गायब रोशनदान
जब घर में हों सब मेहमान
कौन करे किसका सम्मान
बढ़ता जाता है सामान
छोटा होता घर दालान
घर के रिश्तों से अनजान
अपने घर मे ही मेहमान
सारी बस्ती एक समान
किसके घर की है पहचान
घर तो इतना आलीशान
लेकिन गायब रोशनदान
जब घर में हों सब मेहमान
कौन करे किसका सम्मान
बढ़ता जाता है सामान
छोटा होता घर दालान
घर के रिश्तों से अनजान
अपने घर मे ही मेहमान
सारी बस्ती एक समान
किसके घर की है पहचान