उस परिचित से लगने वाले
बुजुर्ग की बेतरतीब दाढ़ी बहुत उदास करती है
जैसे मिला न हो कोई हज्जाम बरसों से
लोग इसे छूटा हुआ घर कहते हैं।
उस परिचित से लगने वाले
बुजुर्ग की बेतरतीब दाढ़ी बहुत उदास करती है
जैसे मिला न हो कोई हज्जाम बरसों से
लोग इसे छूटा हुआ घर कहते हैं।