चलें, उड़ाबै लेली तिलंगी, चलैं उड़ाबै लेली तिलंगी
हे रे लखना रे बजरंगी, चलैं उड़ाबै लेली तिलंगी
हरा लाल पीला काला छौ, चितकबरा पुच्छीबाला छौ
लटँय छिकौ सूतोॅ सें भरलोॅ, मंझा खैलोॅ मतबाला छौ
आय देखाय देना छै जाय केॅ, के देशी के छिकै फिरंगी
हे रे लखना रे बजरंगी, चलैं उड़ाबै लेली तिलंगी
मैदानों में चलैं उड़ैबै, खुल्लमखल्ला पेॅच पड़ैबै
भक्काटा करबै कत्ते केॅ, खोंढ़ा की छै आय पढ़ैबै
रूकें नीं तंटा मारी लै छी, ओझरैलोॅ माथा में कंघी
हे रे लखना रे बजरंगी, चलैं उड़ाबै लेली तिलंगी
मैदानों भी मारी एैबै, झण्डा आपनोॅ गाड़ी ऐबै
जहाँ भी होतैं किल्ला गड़लोॅ, सबके आय उखाड़ी ऐबै
दलबदलू नै होइहैं नूनू, नै तेॅ तों भी खैबें लंघी
हे रे लखना रे बजरंगी, चलैं उड़ाबै लेली तिलंगी