गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 1 अप्रैल 2011, at 22:44
चाँद / परवीन शाकिर
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
परवीन शाकिर
»
खुली आँखों में सपना
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
एक से मुसाफ़िर हैं
एक सा मुकद्दर है
मैं ज़मीन पर तन्हा
और वो आसमानों में