Last modified on 18 जून 2021, at 23:31

चाँद मियां / मेराज रज़ा

बैठे हो कि खड़े हो,
या खाट पर पड़े हो!
झूल रहे झूला या
कहीं लटके पड़े हो!

ताड़ पर या झाड़ पर
कहाँ अटके पड़े हो!
घर के अंदर अपने
कितने बल्ब जड़े हो?

तारों के आंगन में
आकर भटके हो?
सच में चाँद मियां तुम
सबसे हटके हो!