विश्व के
- वट-वृक्ष के ऊँचे शिखर पर
- चांद चढ़ कर,
चाव से नीचे निरख कर,
दूध की बाहें पसारे,
माधवी मधुरा धरा को भेंटता है,
और
- यौवन-यामिनी की--
- चांदनी का--
फूल फेनिल चूमता है ।
विश्व के
चाव से नीचे निरख कर,
दूध की बाहें पसारे,
माधवी मधुरा धरा को भेंटता है,
और
फूल फेनिल चूमता है ।