तदूर में काढियोड़ी
सांतरी सिक्योड़ी रोटी
ऊपर क्यूं उछाळ दी
रे मरज्याणा !
थारो कांई
तूं तो धायोड़ो गोधो है
म्हारै भूखै टाबर कानी तो
देख्यो हुतो
रे मरज्याणा !
तदूर में काढियोड़ी
सांतरी सिक्योड़ी रोटी
ऊपर क्यूं उछाळ दी
रे मरज्याणा !
थारो कांई
तूं तो धायोड़ो गोधो है
म्हारै भूखै टाबर कानी तो
देख्यो हुतो
रे मरज्याणा !