चित्रांश खरे का जन्म दतिया जिले के अकोला ग्राम में नवम्बर 1989 को हुआ चित्रांश खरे के पिता का खेती का व्यवसाय है और माता गृहणी है। मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे चित्रांश खरे की माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा ग्राम अकोला में ही संपन्न हुई। इसके उपरान्त वह जिला दतिया में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर इंजीनियरिंग करने के लिए भोपाल चले गए और 2011 में इंजीनियरिंग करने के बाद तकनीकी क्षेत्र में ना जाते हुए साहित्यिक क्षेत्र में जाने का निर्णय लिया। उनके इस निर्णय से परिजन नाखुश थे लेकिन उन्होंने अपनी मंजिल साहित्यिक क्षेत्र में ही निर्धारित कर ली थी।
सन 2012 में मशहूर उस्ताद शायर जनाब नसीर परवाज़ से चित्रांश खरे ने ग़ज़ल की विधिवत इब्तिदाई तालीम हासिल की और कवि सम्मलेन और मुशायरो में शिरकत करने लगे। वर्ष 2013-14 में डी. डी. उर्दू पर प्रसारित होने बाले देश के पहले साहित्यिक रियलिटी शो "मैं ख्याल हूँ किसी और का मुझे सोचता कोई और है" में वतौर शायर भागीदारी की जिसमें हिन्दुस्तान के चुनिन्दा मात्र 6 युवा शायरों को पेश किया गया था।