चींटियाँ
धरती की मिठास बचाने के लिए
शक्कर खोज रही हैं
हज़ारों घर बनाकर
दूर-दूर तक बाहर जातीं
घूम-घूमकर
खोज रहीं शक्कर के दाने
एक-एक दाना बटोरकर
शक्कर ले जाने को तत्पर
छिद्रों में वे रखती रहतीं
ऎसा वे प्रतिदिन करती हैं
चींटियाँ
धरती की मिठास बचाने के लिए
शक्कर खोज रही हैं
हज़ारों घर बनाकर
दूर-दूर तक बाहर जातीं
घूम-घूमकर
खोज रहीं शक्कर के दाने
एक-एक दाना बटोरकर
शक्कर ले जाने को तत्पर
छिद्रों में वे रखती रहतीं
ऎसा वे प्रतिदिन करती हैं