शब्दों में चुप्पी है कविता
शब्द बनाते हैं कविता
जो बनता है
कहीं नहीं होती उसमें कविता
कविता जहाँ होती है
वहाँ न शब्द होते हैं
न चुप्पी
शब्दों में चुप्पी है कविता
शब्द बनाते हैं कविता
जो बनता है
कहीं नहीं होती उसमें कविता
कविता जहाँ होती है
वहाँ न शब्द होते हैं
न चुप्पी