सात समंदर-सात आसमां
सात शुत्र हैं मेरे
सभी दिशा-दरवाजे
खुले सातवें फेरे
इतने जतन सत् शोधन को
कितने हुए सवेरे
सूरज बोला
निकल अंधेरे
देखले सच्चे चेहरे।
सात समंदर-सात आसमां
सात शुत्र हैं मेरे
सभी दिशा-दरवाजे
खुले सातवें फेरे
इतने जतन सत् शोधन को
कितने हुए सवेरे
सूरज बोला
निकल अंधेरे
देखले सच्चे चेहरे।