नारियल की जटाओं को निकालते समय
चिन्ता नहीं होती भीतरी गरी की
गरी हो या न हो
अगर है तो बढ़िया
जो अगर ख़राब निकल गया
तो सीधे प्रभु प्रसन्न हो गए
बस जटाएँ ढंग से निकालनी चाहिए
चोटी साबुत रखकर !
मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत
नारियल की जटाओं को निकालते समय
चिन्ता नहीं होती भीतरी गरी की
गरी हो या न हो
अगर है तो बढ़िया
जो अगर ख़राब निकल गया
तो सीधे प्रभु प्रसन्न हो गए
बस जटाएँ ढंग से निकालनी चाहिए
चोटी साबुत रखकर !
मूल मराठी से अनुवाद — टीकम शेखावत