Last modified on 8 दिसम्बर 2012, at 16:56

चौरंगा थामे / इन्द्रदेव भोला

मैं देश के लिए हूं
देश के लिए समर्पित हूं
झण्डा मेरा प्राण है
जीने का मेरा अरमान है ।

चौरंगा थामे जिस दिन
मैं शहीद हो जाऊं
फूल न लाद देना
शव पर मेरे
ओ मेरे देशवासी !
मेरे हितैषी!
चौरंगे को ही
मेरे शव पर बिछा देने
ओ मेरे देशवासी !
मेरे हितैषी