भारत के नक्सा म
भोकवा ह गुरुजी ल पूछथे
गुरुजी |
कते ठ उर म छतीसगढ़ हे
देस विदेस म
जेखर सोर बगरे हे
वोहा कतेक बड़ हे
गुरुजी कथे
भोकवा तोर बुध ल
मार दे हे लोकवा
अरे! छत्तीसगढ़ तो
भारत के
जउन ल जेन जगा
कांटा गड़ जही
मान लेबे बेटा
छत्तीसगढ़ उही पांव म हे
भोकवा ह
कुरिया म महतारी कर
जा के कथे
दाई! छत्तीसगढ़ देखे बर जाहूं
जल्दी आसीसदे
नहीं ते पछवा जहूं
पर बुधिया के
भोलापन ल निहार के
मने मन बिचार के
महतारी के आंखी ह
आंसू ल ढार दीस
देखते देखते
दुख के गंगा बोहागीस
महतारी कथे, बेटा।
तै कहां जाबे
मोला देखत हस
बिन दवई के बीमारी म
मरत हवं
मय गरीबिन ममता के
सिवा, अउ काला दंव
जिहां जाबे
तयं मोला पाबे
गरीबी उपेक्षा जिहां जिहां हे
मान ले बे रे मोर दुलरुचा
उही अभागिन के कोख म
छत्तीसगढ़ हे।