छोटे-छोटे हाथ
समय को नाप रहे हैं,
चलते-चलते पाँव बिछलते पथ को
चाँप रहे हैं,
कठिन क्रूर दुख-दानव का दल
सफल हुआ है
रचनाकाल: १७-०६-१९७६, मद्रास
छोटे-छोटे हाथ
समय को नाप रहे हैं,
चलते-चलते पाँव बिछलते पथ को
चाँप रहे हैं,
कठिन क्रूर दुख-दानव का दल
सफल हुआ है
रचनाकाल: १७-०६-१९७६, मद्रास