छोटोॅ बच्चा बस्ता भारी
पढवै के ई छै तैयारी
नीला रंगोॅ के पैंटोॅ पर
पीरोॅ मुरता नीला धारी
खूब फबै छै टाय गला में
दुलरा केॅ पिन्हबै महतारी
बस ऐतै, सबकेॅ लै जैतै
चढ़तै सब्भे पारा-पारी
अनुशासन में राखै लेली
गार्ड करै सब के रखबारी
बकरी के चरवाही जुगना
बच्चा के होय छै जोगवारी
ढील जरा दै केॅ देखोॅ नी
नाचेॅ लगभो बिना मदारी
ऐ में जे सुख मिलै छै ‘बाबा’
होकरा लेॅ तरसै नर-नारी