सतजुगी आस री
छतरी
माथा पे ताण्या
आलस री
नाव में
जग वैतरणी
पार करवा वाला ने
कुण नीं जाणै ?
सरग रखवालि़या
रै माथै
ध्यान लगावा सूं
पण कांई
नीं बियो
काईं नीं
वेणो है
सोलह आना
खरी बात
जो खुद नै
पिछाणै!
सतजुगी आस री
छतरी
माथा पे ताण्या
आलस री
नाव में
जग वैतरणी
पार करवा वाला ने
कुण नीं जाणै ?
सरग रखवालि़या
रै माथै
ध्यान लगावा सूं
पण कांई
नीं बियो
काईं नीं
वेणो है
सोलह आना
खरी बात
जो खुद नै
पिछाणै!