रूंख हर्यो
रूंख बळयो
पान पीळा
पान हर्या
डाळयां लुळै
पुहुप खिलै
देखो पड़तख
देखो पण कद
घूड़ में धसी
रूंख नै साम्भती
खुद नै होमती
रूंख नीचै पड़ी
अटल मून जड़!
रूंख हर्यो
रूंख बळयो
पान पीळा
पान हर्या
डाळयां लुळै
पुहुप खिलै
देखो पड़तख
देखो पण कद
घूड़ में धसी
रूंख नै साम्भती
खुद नै होमती
रूंख नीचै पड़ी
अटल मून जड़!