जहान से बाहर
अजान में जा रहा आदमी
कहीं से कहीं —
न कहीं कुछ होने के लिए,
अपने को गुमराह किए —
दूसरों को तबाह किए — !
10 अक्तूबर 1980
जहान से बाहर
अजान में जा रहा आदमी
कहीं से कहीं —
न कहीं कुछ होने के लिए,
अपने को गुमराह किए —
दूसरों को तबाह किए — !
10 अक्तूबर 1980