सच कह गई ज़ुबान सफ़र में
दुश्मन हुए महान ! सफ़र में।
सारे दुख हम सहते रहते
एक आग में दहते रहते
निशि-दिन एक समान सफ़र में।
जिस दिन दुख ने शब्द टटोले
ज़ंग लगे दरवाज़े खोले
काँप गए प्रतिमान सफ़र में।
(राग तोड़ी पर आधारित गीत)
सच कह गई ज़ुबान सफ़र में
दुश्मन हुए महान ! सफ़र में।
सारे दुख हम सहते रहते
एक आग में दहते रहते
निशि-दिन एक समान सफ़र में।
जिस दिन दुख ने शब्द टटोले
ज़ंग लगे दरवाज़े खोले
काँप गए प्रतिमान सफ़र में।
(राग तोड़ी पर आधारित गीत)