Last modified on 12 फ़रवरी 2014, at 19:50

ज़ख़्म / फ़रहत एहसास

तब तक
तुम्हारे चेहरे पर
ख़ून की रवानी है
मेरी आँखों के ज़ख़्म
ताज़ा रहेंगे