ज़िंदा रहना
जज़्बा है
मर्ज़ी है
या आदत है
ज़िंदा रहना
शौक़ है
इरादा है
या ज़रुरत है
ज़िंदा रहना
वो भी जीते जी
ज़िंदा रहना
ज़िद है
हठ है
या करामत है
ज़िंदा वह भी रहते हैं
जो जीते जी मर जाते हैं
ज़िंदा वह भी रहते हैं
जो मरे जा रहे हैं
ज़िंदा रहने के लिये
ज़िंदा रहना
मुसलसल एक मश्क़ है
ज़िंदा वही रहते हैं
जो समझते हैं
इस रियाज़त की तुग़यानी को
और ऐसे भी कुछ ज़िंदा हैं
जो आसान समझ लेते हैं
आसानी को॥