ज़िन्दगी के पल क्या है
क्या है हर साथ का मिलना
उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर
महज घटनाएँ है जीवन की
जिनमें अपना किरदार निभाए
चले जाते है हम
सही ग़लत की उलझनों को
सुलझाते हुए
अपनों के साथ होने ना होने को
समझते समझाते हुए
बंधना नहीं है मुझे
किसी साथ से
कई घटनाओं को जीना है
ज़िन्दगी मानकर
जानकर उनके मिलने का उद्देश्य
ताकि बाधित ना हो मेरा मार्ग
किसी मोह से धागे से ...