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जाते-जाते सूरज / कुँवर दिनेश

  
1
धुंध शराबी!
शिमला की साँझ का
रंग गुलाबी!
2
बढ़ी बेताबी
सूरज कर गया -
साँझ गुलाबी!
3
शाम सर्दी की:
जाते-जाते सूरज
हुआ गुलाबी!
4
छवि नीहार!
पहाड़ों की रानी का -
साँझ शृंगार!
5
ढलता दिन
सूरज की विदाई
शाम रंगीन!
6
दिन भी ढला!
सूरज के जाते ही
नभ बदला!
7
सूरज ढले -
आसमान भी सारा
रंग बदले!
8
रजत रवि!
बादलों के घेरे में -
बदली छवि!
9
सूरज डूबे
साँझ पड़े नभ के
नए मंसूबे!
10
रात की पारी -
चाँद के स्वागत की
शुरू तैयारी!
11
सूरज गया -
मेघों में घुलकर
लाली दे गया!
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