क्या कहीं नहीं था
वह प्रेम
सिर्फ एक
ख़याल था ?
पता नहीं कैसा था
उसका रंग
हरा था
नीला था
लाल था ?
भाव था वह केवल
या उसका भी
दिक्-काल था
मछुआरों ने फेंका
जीवन की नदी में
जैसे एक जाल था !
क्या कहीं नहीं था
वह प्रेम
सिर्फ एक
ख़याल था ?
पता नहीं कैसा था
उसका रंग
हरा था
नीला था
लाल था ?
भाव था वह केवल
या उसका भी
दिक्-काल था
मछुआरों ने फेंका
जीवन की नदी में
जैसे एक जाल था !