Last modified on 9 दिसम्बर 2012, at 20:10

जो है / संगीता गुप्ता

जो है
क्या देखना उसे
अतीत के चश्मे
या
भविष्य की दूरबीन से ?
सफलता हो
या
विफलता
सुख
या
दुख
कौन रह पाता है थिर
काल के बहाव में ?

जो है,
समर्पित वह भी
बहाव को