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झरना मेला / श्रीस्नेही

मैयो झरना मेला देखैलेॅ हम्हूं जैबऽ!
मिट्ठऽ-चोखऽ कुछ नै झरनी-ककबालेबऽ॥
माथऽ कान बान्है भौजी भैया साथें जैतैगे।
काड़ा-छाड़ा पिन्हीं मेला पान-बीरा खैतैगे॥
हमरऽ मैयो झट-पट बान्धी देॅ दे खोपऽ।
गे मैयो झरना मेला देखैलेॅ हम्हू जैबऽ॥
सुगिया मुसबा सभ्भे जायछै आरो जायछै टूनिया गे।
सकराँती के झरना मेला आबै देखेॅ दुनिया गे॥
गूड़ मूर्ही-लड़ुआ देॅ दे भरी खोयछऽ!
गे मैयो झरना मेला देखैलेॅ हम्हूँ जैबऽ॥
नै मांगबौ पैसा मैयो नै चोली-घंघरा गे।
हौंसली-टिकली कुछ नै मांगबौ नै लेबौ कपड़ा गे॥
कलजुगबा के पत्थर मारी घूरी ऐबऽ।
गे मैयो झरना मेला देखैलेॅ हम्हूँ जैबऽ॥