हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
टीके पै लग रही चांदनी, झूमर पै लग रही चांदनी
तुम देखो जी बने हमारी बीबी लाडली
बून्दों पै लग रही चांदनी, माला पै लग रही चांदनी
तुम देखो...
डोले पे लग रही चांदनी, जोड़ी पै लग रही चांदनी
घर में खिल गई चांदनी, सेजों पै हंस गई चांदनी
तुम देखो...