रिमझिम रिमझिम
बरखा के बीच, झील पर
हम दोनों नाव में
हसीन लम्हों की छुअन संग ठिठकी है नाव
आडी झुकी बेंत की डाल से
ठिठका देता है
कितना कुछ इसी तरह
जब हम होते हैं साथ
रिमझिम रिमझिम
बरखा के बीच, झील पर
हम दोनों नाव में
हसीन लम्हों की छुअन संग ठिठकी है नाव
आडी झुकी बेंत की डाल से
ठिठका देता है
कितना कुछ इसी तरह
जब हम होते हैं साथ