Last modified on 29 जून 2017, at 12:16

ठोठ / दुष्यन्त जोशी

म्‍हूं जाणूं
कै ठोठ रैणौ पाप है

पण
कीं' सीखण सारू
ठोठ होवणौ
जरूरी है

जे म्‍हूं
हरेक सुवाल रौ
बता सकूं जवाब
तद
म्हारै सूं बडौ ठोठ
कुण हुय सकै।