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डेल्टा / स्वाति मेलकानी

एक नदी मेरे बाहर है
     और दूसरी मेरी भीतर।
     दोनों नदियों के बीच
     डेल्टा बन चुका यह शरीर
     कुछ नहीं करता
     सिवाय अपने होने भर के।