तन्हा ऐश के ख़्वाब न बुन
कभी हमारी बात भी सुन
थोड़ा ग़म भी उठा प्यारे
फूल चुने हैं ख़ार भी चुन
सुख की नींदें सोने वाले
महरूमी के राग भी सुन
तन्हा ऐश के ख़्वाब न बुन
कभी हमारी बात भी सुन
थोड़ा ग़म भी उठा प्यारे
फूल चुने हैं ख़ार भी चुन
सुख की नींदें सोने वाले
महरूमी के राग भी सुन