(तारों की चूनर)
दुल्हन झील
तारों की चूनर से
घूँघट काढ़े
(बनवास)
मन उदास
जब तू नहीं पास
है बनवास
(साथ)
चॉंदनी रात
जुगनुओं का
हाथ में हाथ
(चाँद)
सीप -से मोती
जैसे झाँक रहा हो
नभ में चाँद
(मृग छौना)
वो मृग छौना
बहुत ही सलोना
कुलाचें भरे