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तास के पत्ता / मथुरा प्रसाद 'नवीन'

ऊ जे तोरा दबोचने हो
ऊ भीमकाय भला आदमी
नै जानी की सोचने हो
ओकरा कहो कि
हम आय तक सहलियै
अब कुछ दिन
तहूँ सहो
तोरा हम
जान गेलियो
समाज के
बामन पत्ता तास में
तों छँटल छँटावल हा
तों एक्का
दुग्गी पीटो
हम तिग्गी
तोहर चौआ तर पिस गँलू हे
तोहर पंजा तर घिस गँलू हे
घिसैत घिसैत
छक्का छूट गेल हे
तोहर सत्ता
अट्ठा पर
नहला के रंग बनबऽ हो
दह ला
जेतना दहो,
ई गुलाम पर
बीबी के कोप हो
ई ले जे कहो तोरा मुँह में तोप हो,
उड़ा दा
तिनतसिया हा
तास के पत्ता
जने चाहो तने घुरा दा
लेकिन
तोरा पीछे लगल हो सिकारी
नै चलतो अब कार अउ लौरी
तेल चू जैतो
सड़क पर जैबा
गली में समैबा नै
लौट के घर जैबा
तब तोहर तास
तीसो दिन ले बंद
तब अफसोस लगतो
कि हमरा हाथ में लड्डू
तोरा हाथ में सकरकंद।