तुम हो यहीं आस-पास
जैसे रहती हो घर में
घर से दूर
यह एक अकेला कमरा
भरा है तुम्हारे होने के अहसास से
होना
सिर्फ़ देह का होना कहाँ होता है !
तुम हो यहीं आस-पास
जैसे रहती हो घर में
घर से दूर
यह एक अकेला कमरा
भरा है तुम्हारे होने के अहसास से
होना
सिर्फ़ देह का होना कहाँ होता है !