Last modified on 26 मई 2011, at 00:17

तुम्हारी गीली-गीली स्याह-सी आँखों में / त्रिपुरारि कुमार शर्मा

तुम्हारी गीली-गीली स्याह-सी आँखों में
सफ़ेद नूर का सूखा हुआ छोटा-सा टुकड़ा

जैसे ‘नून’ के दामन में हल्का-सा नुक़्ता