तूफ़ानों ने घेरा है
यूँ भी घोर अधेरा है
रोशनदानों से पूछो
कितनी दूर सवेरा है
जिसको दिल कहते हो तुम
दुख-दर्दों का डेरा है
रिश्तों के भीतर देखा
मछली और मछेरा है
बादल का बादल में क्या
जो है तेरा-मेरा है